गाँव से निकलकर खुद बनाई अपनी जगह।
मन में ठान रखी थी हुई सफलता की वजह।।
चर्चे तमाम रहे तवज्जो देने की फुर्सत नही।
पलटकर देखने में मिली मुस्कुराने की वजह।।
मददगार अगर सरकार ही बनने लगे 'उपदेश'।
शिक्षा की गुणवत्ता हो खुशी मनाने की वजह।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद