New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मतलब तुम्हारी बात का जानते हैं हम

कापीराइट गजल

मतलब तुम्हारी बात का जानते हैं हम
कीमत तुम्हारी क्या है, ये जानते हैं हम

क्यूं बनते हो मददगार, दुनियां के सामने
ये आस्तीन में क्या है, ये जानते हैं हम

तुमने हमारे साथ क्या-क्या नहीं किया
जो करना चाहते हो, वो जानते हैं हम

पीठ थपथपा रहे, अपनों से दूर करके
थे अच्छे नहीं हालात, ये जानते हैं हम

हम आप के जैसा, ना बन पाएंगे कभी
दिल में तुम्हारे क्या है, ये जानते हैं हम

शतरंज की बिसात पर, लेते हो इम्तिहान
ये खेल है शय मात का, ये जानते हैं हम

ऐसा करके तुमको, कुछ हासिल नहीं होगा
यादव से है अदावत, ये जानते हैं हम

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

ऐसा करके तुमको, कुछ हासिल नहीं होगा.... वाह! बहुत खूब🙏प्रणाम

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात मेरी प्यारी बहना। आपको मेरा हार्दिक प्रणाम एवं धन्यवाद

रमेश चंद्र said

Waah.. क्यूं बनते हो मददगार, दुनियां के सामने ये आस्तीन में क्या है, ये जानते हैं हम kamal kr dia.

Saurabh Saini said

Ham sab jante hain fir bhi samne bale ka jhut brdast krte hain. Sirf apne riste ko.bachne ke liye.

Lekhram Yadav replied

आपका हार्दिक स्वागत है सौरभ सैनी जी। आपने मेरी बात को समझा और बहुत सुन्दर प्रतिक्रिया दी, इसके लिए आपका धन्यवाद।

Shakshi said

Sbdo ki kami ha mere pas is rachna ki tarif ke liye. 🤐👏👏👏

Lekhram Yadav replied

आदरणीय साक्षी जी नमस्कार, स्वागत है आपका मेरक इस छोटी सी शायरी की दुनियां में। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए संजीवनी है। आशा है कि आप आगे भी मेरी रचनाओं को अपने शब्दों की वर्षा से आनन्दित करती रहेंगी। आपका हार्दिक स्वागत एवं धन्यवाद।

Krishna Dubey said

Incredible 👏👏

Lekhram Yadav replied

नमस्कार कृष्णा दूबे जी, आपकी प्रतिक्रिया से अभिभूत हूं,समझ नहीं आ रहा किन शब्दों में आपको शुक्रिया कहूं। आपको मेरा हार्दिक नमन एवं धन्यवाद।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut sundar prastuti Yadav Sir, kamaal ka likha hai, charan vandan pranam sweekar krein

Lekhram Yadav replied

सर जी नमस्कार सहित धन्यवाद। मेरा प्रणाम स्वीकार कीजिए।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन