मेरे लिखने का हुनर उसने बताया तो था।
दबी हुई मुस्कान में कुछ छिपाया तो था।।
उसकी आँखो की चमक में खुमारी छुपी।
वाह कह कर पलको को झपकाया तो था।।
नजारे तैर जाते आँखो के सामने 'उपदेश'।
याद कर मोहब्बत ने गुल खिलाया तो था।।
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नजारे तैर जाते आँखो के सामने 'उपदेश'।
याद कर मोहब्बत ने गुल खिलाया तो था।।