क्या की है तूने कभी कोशिश इस दिल को पढ़ने की
कि इस दिल पे लिखा क्या है,
इस दिल में ढूंढने की
कि इसमें छिपा क्या है।
क्या की है कभी कोशिश.......🖋
क्या की है तूने कभी कोशिश इस दिल को देखने की
कि ये कैसा है,
इस दिल का दर्द समझने की
कि इसका दर्द क्या है।
क्या की है कभी कोशिश........🖋
क्या की है तूने कभी कोशिश इस दिल में घूमने की
कि इस दिल का नजारा क्या है,
इस दिल से प्यार करने की
कि ये कितना प्यारा है।
क्या की है कभी कोशिश.........🖋
क्या की है तूने कभी कोशिश इस दिल के पास आने की
कि इसे तेरा इंतज़ार कितना है,
इस दिल को जानने की
कि इसे तुझसे प्यार कितना है। क्या की है कभी कोशिश.........🖋
क्या की है तूने कभी कोशिश इस दिल के इंतज़ार को
पूरा करने की
कि उसे तेरी ज़रूरत कितनी है,
इस दिल को समझने की
कि इसे तेरी फ़िक्र कितनी है। क्या की है कभी कोशिश..........🖋
~रीना कुमारी प्रजापत