कविता : सम्मान और मान....
पढ़ने और लिखने
के बजाए
लड़कियां देख कर
जो सिटी बजाए
जिंदगी में खाक
क्या पढ़ेगा ?
वो नीचे ही गिरेगा थोड़ी
आगे बढ़ेगा ?
बाद में फिर बड़ा
बिगड़ जाएगा
हमेशा दुख ही
दुख पाएगा
इस लिए जो
मान जाएगा
पढ़ने और लिखने में जरा
ध्यान लगाएगा
निश्चित आगे
वो जाएगा
सम्मान और
मान भी पाएगा
सम्मान और
मान भी पाएगा.......