Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

कुछ ऐसा लिखो

कुछ ऐसा लिखो कि
अपने सारे ग़म भूला दूॅं,
सब कुछ छोड़, तुम्हारी ग़ज़ल में खो जाऊॅं।
रुक जाए ये अश्रुधारा,शिकन मिटे माथे की,
और चेहरे पे मुस्कान ले आऊॅं।

कुछ ऐसा लिखो कि
तुम्हारी ग़ज़ल में अपना अक्स देख सकूॅं,
तुम्हारे हर लफ़्ज़ में ख़ुद को महसूस कर पाऊॅं।
एहसास हो मेरा तुम्हारी ज़िंदगी में होने का,
और हमारे रिश्ते को आसानी से समझ जाऊॅं।

कुछ ऐसा लिखो कि
लगे कदम दर कदम हर वक़्त हर पल साथ तुम्हारे हूॅं,
इतना साधापन दिखे, कि उस कहानी में ख़ुद को पाऊॅं।
तुम्हारे दिल में, ज़ुबां पे मेरा नाम हो,
और हर पंक्ति, हर लफ़्ज़ को बस निहारती रहूॅं।

✍️ रीना कुमारी प्रजापत ✍️





















समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (8)

+

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

वाह! बेहतरीन! लाजवाब! बे-मिसाल! किसी अल्फ़ाज़ में इतना दम नहीं जो इस कविता की तारीफ़ कर सके! 👌👌👏👏❤️🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

इतनी खूबसूरत समीक्षा के लिए तह- ए - दिल से बहुत बहुत शुक्रिया आपका🙏🙏 इतनी खूबसूरत प्रतिक्रिया पाकर हम धन्य हुए

Vanshika Jethani said

Very beautifully written 👍😍

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks dear

शिवचरण दास said

वाह वाह. ...हर पंक्ति हर लफ्ज हम निहारते हैं

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thank you so much sir ji

वन्दना सूद said

क्या बात है बहुत सुंदर लिखा 👌👌👏👏कहाँ से लाएँ ऐसे शब्द जिसमें आप को उनमें संवार सकें

रीना कुमारी प्रजापत replied

Kahi se bhi laiye par likh dijiye aisa ..😀😊

श्रेयसी said

वाह क्या बात है 👌👌👏👏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks di

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर रचना।👌🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

धन्यवाद आपका

उपदेश कुमार शाक्यावार said

क्या बात है 👏👏

रीना कुमारी प्रजापत replied

आभार आपका 🙏

सरिता पाठक said

अति सुन्दर रचना कुछ ऐसा लिखो कि हमारे रिश्ते को आसानी से समझ जाऊ, पूरी कविता का हर शब्द ह्रदय को छू रहा है 👌❤️

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks di

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


LIKHANTU DOT COM © 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन