किसने बनाया होगा ये जहाँ
बनाया होगा किसने ना जाने ये नीला आसमां।
किसने बनायी होंगी ये नदियाँ और हवाएँ
बनाये होंगे किसने ना जाने पेड़,पौधे और ये लताएँ।
किसने बनाये होंगे ये तारे
बनाये होंगे किसने ना जाने ये समुद्र खारे।
किसने बनाये दिन और रात है
बनायी होगी किसने ना जाने ये बरसात है।
किसने बनाये होंगे ये बर्फ के गोले
बनाये होंगे किसने ना जाने ये ओले।
किसने बनायी है ये पहाड़िया
बनायी होगी किसने ना जाने ये खाडिया।
किसने बनाया है ये सूरज
बनाये होंगे किसने ना जाने हम सभी के पूर्वज।
किसने बनाया है ये चंद्रमा
बनायी होगी किसने ना जाने ये धरती माँ।
-राशिका