मुझे अपनी सारी कसम दे दो
सारी खुशियां ले लो, सारा ग़म दे दो
तुम्हारी दरिया में, कितने भंवर होंगे
हर बूंद भर भर कर, मुझे हमदम दे दो
तारों का अफसाना, भाती नहीं तुमको
मायूसी अपनी हर पल की,सनम दे दो
आंखों से जो गिरती है, वो अश्क मोती है
रख लूं हथेली पर, बना शबनम दे दो
तुम्हारे पांवों में, वो, कौन सी बेड़ी है
चलूं मैं तुम्हारी तरह, वही क़दम दे दो।।
सर्वाधिकार अधीन है