कापीराइट गजल
जब कोई अपना तुम को होली पर रंग लगाएगा
होली के रंगों के संग-संग अपना प्यार लुटाएगा
हो तुम्हें मुबारक ये होली कई प्यारे रंगों वाली
भेज रहे है रंग अनोखे हर रंग ये खिल जाएगा
छा जाएगी इस चेहरे पर आज हया की लाली
चेहरे की लाली के संग ये रंग तुम्हें लग जाएगा
मिलकर यूं हमने खेली ये आज तेरे संग होली
रंग होली के होते कैसे आज पता चल जाएगा
रंग होली का जिसे लगे वो हो जाता है दीवाना
यादव के संग होली खेलो खूब मजा आ जाएगा
सर्वाधिकार अधीन है