फिसलन तो बहुत है इस कच्ची उमर में,
मगर घर का सोचकर संभल लिया करते हैं,
याद आती है जब किसी की रात की तन्हाई में...
तो चादर समेट कर बस करवट बदल लिया करते हैं..!
#कमलकांत घिरी.✍️
Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.
Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है
फिसलन तो बहुत है इस कच्ची उमर में,
मगर घर का सोचकर संभल लिया करते हैं,
याद आती है जब किसी की रात की तन्हाई में...
तो चादर समेट कर बस करवट बदल लिया करते हैं..!
#कमलकांत घिरी.✍️