कैमरा बंद करके, फैसले ले रहे हैं।
कमरे के बाहर, गार्ड बंदूक ताने खड़े हैं।
डर -डर के जी रहे हैं, कांप रहे हैं।
ए सी चल रहा है, पसीने में नहा रहे हैं।
शुल्क भी हड़प कर गए, बच्चों का भविष्य लील रहे।
सरकारी योजना में लगा रहे पलीता,
देकर सुविधा शुल्क, यारी निभा रहे।
सरकारी अनुदान आने पर,
एक लग्जरी कार, एक महल बनवा रहे।
करोड़ मिल रहे हैं, पार्टी में मंत्री को बुलाए रहे।