इस देश की लाल लाल माटी मुझको बड़ी ही भाती है,
सुंदरता वृक्षों की व ठंडी छाव मुझे सुहाती है,
कुर्बान हुए जन मिट्टी पर, श्री राम कृष्ण की माटी है,
कैसे भूल जाऊँ यह भूमि बलिदान की माटी है।
इस भूमि मे श्री राम जन्मे और दुष्ट जनो का सन्हार किया,
रावण को ललकार दिया और उसके अहम को चूर किया,
भूमि यह ऐसी, जहां रावण को प्रभु ने सन्हारा,
जीत हुई सत्यता की , असत्य सत्य से तब हारा।
----आदित्य तिवारी