कापीराइट गीत
चलता फिरता शायर हूं मैं है मेरी अजब कहानी
लिखता रहता हूं मैं यारो इन सब की नई कहानी
एक बार एक अफसर ने मुझे अपने पास बुलाया
मसला क्या है पूछा मैंने क्यों मुझ को यहां बुलाया
वो बोला तुम लिख दो भाई मुझ पे कोई कहानी
लिखता रहता हूं मैं ...................
लिखना क्या है मैं बोला ये बतलाओ अफसर जी
वो बोले डरता हूं मैं दो बाउंसर कर लो हायर जी
मैं पत्नी से पीडित हूं और वो करती है मनमानी
लिखता रहता हूं मैं ................
मुझको भारी भरकम एक दानव वहां नजर आया
उसकी दहाङ सुन कर यह मन मेरा घबराया
उसे देख कर याद आ गई मुझको अपनी नानी
लिखता रहता हूं मैं ................
रख कर सिर पर पैर वहां से हमने दौङ लगाई
पङ गए जान के लाले मुशिकल से जान बचाई
कहता है ये दिल मेरा मत लिखना ऐसी कहानी
लिखता रहता हूं मैं .................
ऐसी कहानी लिख कर किसको याद करोगे
जो पहले ही पीडित है तुम उसको बर्बाद करोगे
वाटर लगेगी उन मर्दों की जो बनते हैं अभिमानी
लिखता रहता हूं मैं .................
इतनी जल्दी ना कर यादव नम्बर तेरा भी आएगा
मेरी कहानी का नायक तू जल्दी ही बन जाएगा
फिर पढ़ना चटकारे लेकर तू अपनी नई कहानी
लिखता रहता हूं मैं ..............
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है