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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

चलता फिरता शायर हूंमैं

कापीराइट गीत

चलता फिरता शायर हूं मैं है मेरी अजब कहानी
लिखता रहता हूं मैं यारो इन सब की नई कहानी

एक बार एक अफसर ने मुझे अपने पास बुलाया
मसला क्या है पूछा मैंने क्यों मुझ को यहां बुलाया
वो बोला तुम लिख दो भाई मुझ पे कोई कहानी
लिखता रहता हूं मैं ...................

लिखना क्या है मैं बोला ये बतलाओ अफसर जी
वो बोले डरता हूं मैं दो बाउंसर कर लो हायर जी
मैं पत्नी से पीडित हूं और वो करती है मनमानी
लिखता रहता हूं मैं ................

मुझको भारी भरकम एक दानव वहां नजर आया
उसकी दहाङ सुन कर यह मन मेरा घबराया
उसे देख कर याद आ गई मुझको अपनी नानी
लिखता रहता हूं मैं ................

रख कर सिर पर पैर वहां से हमने दौङ लगाई
पङ गए जान के लाले मुशिकल से जान बचाई
कहता है ये दिल मेरा मत लिखना ऐसी कहानी
लिखता रहता हूं मैं .................

ऐसी कहानी लिख कर किसको याद करोगे
जो पहले ही पीडित है तुम उसको बर्बाद करोगे
वाटर लगेगी उन मर्दों की जो बनते हैं अभिमानी
लिखता रहता हूं मैं .................

इतनी जल्दी ना कर यादव नम्बर तेरा भी आएगा
मेरी कहानी का नायक तू जल्दी ही बन जाएगा
फिर पढ़ना चटकारे लेकर तू अपनी नई कहानी
लिखता रहता हूं मैं ..............

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Bhushan Saahu said

Very funny....too good sir🤣👏👏

Lekhram Yadav replied

Dear Bhushan Sahu ji welcome with thanks

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut khoob hasya umed daala sundar aap har vidha me Kamaal kar dete hain rachnatmkta ka khayal hu

Lekhram Yadav replied

Good morning sir. Happy father's day. Thanks for rememberable comment.

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Kayal*

Lekhram Yadav replied

Sir You must be proud on me as your blessings are motivating me to a great extent. Thanks with respect.

कमलकांत घिरी said

Bahut sundar rachna sir ji, Happy father's day sir ji

Lekhram Yadav replied

कमलकांत घिरी साहब आपको भी हैपी फादर्स डे। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए बेशकीमती है, आशा है आप इसी तरह मुझे प्रेरित करते रहेंगे।

डॉ कृतिका सिंह said

Umda prastuti ek achhe Kalam ke dhani ki pahchaan

Lekhram Yadav replied

Welcome and thanks Dr. KRITIKA SINGH

ताज मोहम्मद said

आपकी रचना ने मुस्कुराने पर मजबूर कर दिया। बहुत ही सुंदर प्रस्तुति।

Lekhram Yadav replied

यह रचना आपको पसन्द आई उसके लिए शुक्रिया।

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