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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मौत

जाने कब रुक जाए जिंदगी साँसों में खींचातानी है,
मौत है बड़ी वफादार, एक दिन तो उसको आनी है।

आए जिस दिन मूँछों पे ताव, चेहरे पे मुस्कान हो,
देख के गर डर गया जो वो जवानी क्या जवानी है।

जिस रोज आएगी लेने तनकर खड़ा मिलूंगा सामने,
आँख से आँख मिला कर, उसे भी आँखें दिखानी है।

अजीब रिवाज है साथ छोड़ने वालों को चाहते सभी,
नफरत करते उससे जो दिल-ओ-जान से दीवानी है।

एक रोज करनी है, उससे एक मुलाकात फिर बात,
चलेगा सिलसिला कुछ उसका सुन अपनी सुनानी है।
🖊️सुभाष कुमार यादव




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

Shiv Charan Dass said

बहुत खूब सुभाष जी.......जीवन की सच्चाई का बयान......जीवन का प्रारम्भ भी रहस्य अंत भी रहस्य

सुभाष कुमार यादव replied

प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद दास सर।🙏🙏

Lekhram Yadav said

एक अनचाहे विषय पर बहुत खूबसूरत रचना, आपको सादर नमस्कार।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सहित सादर प्रणाम यादव सर।🙏🙏

श्रेयसी said

मौत है बड़ी वफ़ादार.... बहुत सही कहा आपने बहुत सुंदर बहुत ख़ूब 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद श्रेयसी जी।🙏🙏

सुप्रिया साहू said

बहुत सुंदर रचना सर 👌👌, अब जल्दी मुलाक़ात कीजिए और कुछ उनका हमारा सुनके आप भी अपनी सुनाइए, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सुप्रिया जी।🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह! सुभाष जी जीवन की अटूट सच्चाई को अपनी कविता में सहज सरल भाषा में खूबसूरत समझा दिया।साथ छोड़ने वाले को सब चाहते हैं और जो साथ में हैं उससे नफ़रत करते रहते हैं। ये समाज का अनोखापन है। आपकी रचना शानदार,भाव सौंदर्य जानदार।

सुभाष कुमार यादव replied

इतनी सुंदर समीक्षा के लिए हार्दिक धन्यवाद समदिल सर।🙏🙏

फ़िज़ा said

वाह! क्या बेबाक जज़्बा और लाजवाब अंदाज़ है

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद फ़िज़ा जी।🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत खूब 👌🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद रीना जी।🙏🙏

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