लड़कियों को हर चीज बताया जाता
लड़कों को क्यों नहीं सिखाया जाता ?
लड़कियों को झाड़ू पोछा थमाया जाता
सारे घर पर उन्हें लगाना बताया जाता
लड़कों को झाड़ू पोछा क्यों नहीं दिया जाता ?
उन से घर का काम क्यों नहीं लिया जाता ?
लड़कियों को बर्तन मांजना खाना पकाना लगाया जाता
लड़कों को ये सब करना क्यों फिर हटाया जाता ?
लड़कियों को कपड़े धोना और सुखाना रगड़ाया जाता
लड़कों को ये सब करना क्यों वंचित कराया जाता ?
लड़कियां बाहर जाएं तो जल्दी घर आ न पाएं तो
किसी कारण से देर से घर आएं तो
उन से पूछा जाता बेशर्म नाक क्या कटवा रही ?
तू साथ किस के थी ? इतनी रात घर आ रही ?
अगर लड़के बाहर जाएं तो देर से घर आएं तो कुछ नहीं बोलते
मुंह अपना घर के लोग बिलकुल भी नहीं खोलते
सभी के सभी घर वाले लड़की का ही दोष देखते हैं
लड़के भी तो किसी के बहु और बेटी को छेड़ सकते हैं
लड़कों और लड़कियों में यही भेदभाव होता है
इसी लिए तो लड़कियों का दिल बहुत रोता है
इसी लिए तो लड़कियों का दिल बहुत रोता है.......


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







