कविता - आशिक....
मैंने दिल तुम ही को दिया है
मैंने प्यार तुम ही से किया है
तुम ही हो मेरी जीवन
तुम ही हो मेरी धड़कन
तुम ही हो मेरी आधार
तुम ही हो मेरी संसार
तुम ही हो मेरी खास
तुम ही हो मेरी सांस
मैं तो तुम से शुरू तुम से ही खतम
तुम्हारा वही... आशिक नेत्र गौतम
तुम्हारा वही... आशिक नेत्र गौतम.......