भारत देश की शान
डॉ. एच सी विपिन कुमार जैन" विख्यात"
ऊँचा हिमालय, गहरा सागर, ये प्रहरी और ये
चरण,
पवित्र नदियाँ बहतीं जिसमें, जीवन का करतीं वरण।
बलिदानों की मिट्टी ये पावन, वीरों की गाथा गाती,
भारत देश की शान निराली, हर हृदय में ये समाती।
ज्ञान और अध्यात्म का संगम, कलाओं का अद्भुत रंग,
अनेकता में एकता का दिखता, अनुपम सुंदर ढंग।
हर भाषा, हर संस्कृति का होता, यहाँ पे सादर मान,
भारत देश की शान निराली, सबसे बढ़कर इसका नाम।
बढ़ते हुए कदमों से रचते, हम नवयुग का इतिहास,
अतीत के गौरव को लेकर, करते प्रगति का विकास।
अपनी शक्ति और एकता से, जग में लहराएंगे नाम,
भारत देश की शान निराली, युगों-युगों से अविराम।