आपने दिल को तुम ने ही मुझे दिया था,
अब इस दिल को तुम अपने पास ही रख लो,
क्यों कि जब से तेरा दिल मेरे दिल से मिला है
तब से वो मेरी परवाह कम, तेरी परवाह ज्यादा करता है
----धर्म नाथ चौबे 'मधुकर'
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