Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

तेरी याद आई है

कापीराइट गीत

एक संदेशा, प्यार का, ये, आज, लाई है
आ जा, अय, महबूब, तेरी, याद आई है

आज न जाने क्यूं मेरा दिल दीवाना डोल गया
कोई मेरे कानो में जैसे मिसरी घोल गया
आज न जाने क्यूं तेरी, मुझे याद आई है
अरे आ जा, अय, महबूब, तेरी, याद आई है


चैन चुरा लेती हैं मेरा, रातों में मेरी नींदें
छू जाती हैं दिल को बारिश की मीठी बूंदें
देख मेरे घर चल कर ये बरसात आई है
आ जा, अय, महबूब, तेरी याद आई है


आती हो तुम बनके दुल्हन मेरे सपनों में
रोज उठाता हूं तेरा घूंघट अपने सपनों में
अब ख्वाब सुहाने ले कर ये रात आई है
आ जा, अय, महबूब, तेरी याद, आई है

       - लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

बहुत सुंदर गीत , मधुर मधुर एहसास, पढ़ते पढ़ते हम भी गुनगुनाने लगे,आ जा अय महबूब तेरी याद आई है...…....... यादव जी नमस्कार!

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद समदिल जी, आपको सादर नमस्कार

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर गीत।👌👌👌

Lekhram Yadav replied

बहुत बहुत शुक्रिया यादव जी, आपको सादर नमस्कार

श्रेयसी said

हमेशा की तरह लाजवाब सुप्रभात सादर प्रणाम लेखराम भैया 🙏🙏 बहुत दिनों बाद आपकी रचना पढ़ने को मिली।

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद मेरी प्यारी बहना, आपको सादर नमस्कार। आजकल गांव में हूं, यहां नेटवर्क बहुत कम मिलता है।

सुप्रिया साहू said

बहुत खूबसूरत एवं लाज़वाब रचना गीत सर जी👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद सुप्रिया जी, आपको सादर नमस्कार

वन्दना सूद said

बहुत खूब sir 🙌🏻🙌🏻👌👌👏👏शानदार

Lekhram Yadav replied

Thanks so much mam, wishing you a happy good evening.

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut hi pyara geet anandit hogaya padhkar... Aapko Saadar Pranam Adarneey Sir ji...💐💐🙏🙏

Lekhram Yadav replied

शुक्रिया जनाब।

कमलकांत घिरी said

बहुत ही सुंदर गीत सर जी, हर एक पंक्ति प्रेम रस से भरा हुआ है 👌🙌👏🙏 आपको मेरा सादर प्रणाम सर जी 🙏

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद कमलकांत भाई।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन