आओ सुनाता हूं मैं तुमको,,,
संक्षिप्त रूप में अखंड भारत की गौरव गाथा!!!
जानकर आश्चर्य में पड़ जाओगे,,,
जो थी इसकी भौगोलिक विशालता!!!
चौबीस बार सहा है इसने दंश,,,
अपने खंड खंड होने का!!!
सम्पूर्ण विश्व में फैली थी,,,
इसकी कण कण की सुन्दरता!!!
इसके उत्तर में थी,,,
हिमालय पर्वत की व्यापकता!!!
तो दक्षिण में स्थित था,,
हिंद महासागर गहरा!!!
पूर्व में था कैलाश पर्वत मानसरोवर,,,
जो था शिव शंकर शभूं का!!!
जिसका विस्तार जाता था,,,
जो है अब आज का इंडोनेशिया!!!
पश्चिम में स्थित था,,,
तब का प्रदेश हिमालय आर्यान!!!
वर्तमान में जो कहलाता है,,,
नाम से ईरान!!!
युगों युगों से चली आ रही है,,,
इसकी सनातन संस्कृति और सभ्यता!!!
अन्यत्र विश्व में ना मिलती है,,,
वेद पुराणों के ज्ञान की शिक्षा!!!
सनातन धर्म की मौलिकता थी,,,
सर्वपरी था हिंदुओं का सम्मान!!!
प्रत्येक ह्रदय में वास करते थे,,,
पुरोषत्तम प्रभु श्री राम!!!
सम्पूर्ण विश्व नतमस्तक था,,,
रामराज में सबका था सम्मान!!!
बाहरी अक्रांताओ ने बहुत प्रयत्न किया,,,
परन्तु नष्ट ना कर पाए इसकी पहचान!!!
वट वृक्ष के जैसा था,,,
अखंड भारत का विस्तार!!!
सोने की चिड़िया कहता था,,,
इसको समस्त संसार!!!
कितनी शाखाओं ने अलग होकर,,,
ले लिया स्वयं छोटे वृक्ष का आकार!!!
विभिन्नताएं लिए अखंडता में,,,
एकता का लक्ष्य ना हो सका साकार!!!
इसकी कोमलता पर,,,
धूर्त बाहरी अक्रांताओं ने आक्रमण किया बारमबार!!!
उनमें से कुछ नाम है ये,,,
यूनानी,यमन,फेंच,शक,डच,अंग्रेज और कुषाण!!!
गंधार,कंबोज के हिस्से बन गए,,,
बलूचिस्तान और अफगानिस्तान!!!
सिंध बन गया पाकिस्तान,,,
पंजाब से अलग हो कर आया मुल्तान!!!
देवघर से परिवर्तित होकर,,,
अस्तित्व में आया नेपाल!!!
जनकपुर मिथिला सीता मैया का,,,
लुंबनी भगवान बुद्ध के जहां थे जन्म स्थान!!!
ब्रह्म देश बर्मा होकर,,,
बन गया म्यांमार!!!
तिब्बत था देवलोक जहां पर मनु के नेतृत्व में,,,
मानव देव रूप में प्रथम पीढ़ी ने लिया था अवतार!!!
श्री लंका का शिव शंकर ने निर्माण कर,,,
इसको सौंपा था कुबेर को!!!
कुबेर से आई रावण के पास,,,
जिसपे विजय प्राप्ति हुई प्रभु श्री राम को!!!
मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और कंबोडिया सब थे मलय प्रायद्वीप के जनपद,,,
सिक्किम और भूटान पर अखंड भारत का था आधिपत्य!!!
सिंहपुरा बना सिंगापुर चम्पा बन गया वियतनाम,,,
श्याम देश से जाना जाता था थाइलैंड का नाम!!!
कहने को शब्द कम पड़ेगें,,,
पूर्ण ना होगा अखंड भारत का व्याख्यान!!!
ताज मोहम्मद
लखनऊ

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




