मैंने पिया तेरे नाम का प्याला
मै हो गया मदहोश रे llधृll
तेरी बातें तेरी मूरत
तेरी यादें तेरी सूरत
मै भटका दुनियाँ में, दर दर
तेरे लिए ll1ll
न चैन था न करारी
यह बेकरारी न्यारी न्यारी
मै रोया दिन-रात, फुट फुट
तेरे लिए ll2ll
मै मन्दिर गया
मै मस्जिद गया
मै गिरिजाघर आश्रम तीर्थ गया
मै गया हर चौराहें, गली गली
तेरे लिए ll3ll
ऐसी प्रीति छायी
ऐसी मदहोशी पायी
मैंने पिया अमरित का प्याला, घूँट घूँट
तेरे लिए ll4ll
✍️ प्रभाकर, मुंबई ✍️