तुझसे क्या दुवाँ माँगू
दुवाँ मांगने से पहले
तुने मेरी झोली रत्नो से भर दी l
तुझसे क्या अर्ज करूँ
अर्ज करने से पहले
तूने मेरी तक़दीर बदल दी l
इस नाचीज़ को तूने
पृथ्वी दान में दे दी
इस नाचीज़ को तूने
सूर्यमण्डल की विरासत दे दी l
अब कैसी इच्छा ?
अब कैसी कामना ?
मै कृतकृत
मै तेरा आश्रित
हे भगवंत...
मै तेरा ऋणी l
✍️ प्रभाकर, मुंबई ✍️