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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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कविता की खुँटी

                    

तुम कविता क्यों लिखती हो ?

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?(2)
कहती हूॅं मैं,
अपने जज़्बातों को यूं
बता नहीं सकती किसी को खुलेआम,
इसीलिए कविता लिखती हूॅं मैं।

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?(2)
कहती हूॅं मैं,
जिस तरह मोहब्बत है मुझे
कई कवियों की कविताओं से,
शायद उसी तरह कहीं ना कहीं
किसी ना किसी को मोहब्बत हो जाए
मेरी भी कविता से,
इसीलिए कविता लिखती हूॅं मैं।

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?(2)
कहती हूॅं मैं,
कि सुनाती हूॅं जिस तरह पढ़कर
सभी कवियों की कविताओं को मैं सभी को, उसी तरह सुनाए कोई मेरी भी कविता सभी को, इसीलिए कविता लिखती हूॅं मैं।

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?(2)
कहती हूॅं मैं,
जुड़े हुए हो शायद मेरे जज़्बात
किसी की दास्तां - ए - ज़िंदगी से, इसीलिए कविता लिखती हूॅं मैं।

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?(2)
कहती हूॅं मैं,
कि जिस तरह मेरे कई पसंदीदा कवि हैं ,
उसी तरह शायद मुझे भी कोई
अपनी पसंदीदा कवयित्री बनाए , इसीलिए कविता लिखती हूॅं मैं।

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?(2)
कहती हूॅं मैं,
कि कविताओं से बहुत मोहब्बत है मुझे, इसीलिए कविता लिखती हूॅं मैं।

पूछते हैं मुझसे कई लोग कि तुम
कविता क्यों लिखती हो ?
कहती हूं मैं,
कि जिस तरह मेरे दिल पर राज करते हैं कई कवि,
उसी तरह मैं भी किसी के दिल पर राज करूं,
इसीलिए कविता लिखती थी मैं।
💐 रीना कुमारी प्रजापत 💐




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

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अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

आप की कविताओं के तो हम मुरीद हैं और हमेशा आपकी कवितायेँ पढ़ना चाहेंगे तो आप बेफिक्र बोलिये अपने पढ़ने वालों के लिए लिखती हूँ में - शानदार प्रस्तुति, और रचना के माध्यम से पूछने वालों को भी पता चल ही गया होगा की आप कविता क्यों लिखती हैं...शुभ रात्रि प्रणाम

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत शुक्रिया भय्या🙏 बिल्कुल सही कहा आपने अगर मैं ये कविता अभी लिखती तो वैसे ही लिखती जैसे आपने बताया है क्योंकि अभी मेरी कविता को पढ़ने वाले हैं, लेकिन मैंने ये कविता 2 साल पहले तब लिखी थी जब मेरी कविताएं सिर्फ डायरी में ही हुआ करती थी तब मैं अमरूजला पर भी नहीं आई थी तो तब यही विचार मेरे अंदर चल रहे थे.... Thanku so much once again dear bhaiyya प्रणाम🙏

Lekhram Yadav said

सुप्रभात मेरी प्यारी बहना। हूं......तो यह बात है.......तुम दूसरों के दिलों पर राज करने के लिए कविता लिखती हो, गब्बर ने तो इसीलिए आपका वारंट जारी कर रखा है। सुना है वह अब कोई नया कदम जल्दी ही उठाने वाला है, जरा सावधान रहना।

रीना कुमारी प्रजापत replied

जी, पर शायद हम गब्बर से बच नहीं पाएंगे, अब आपको ही कुछ करना होगा आप हमारे बड़े भय्या है आपका फर्ज बनता है कि आप अपनी छोटी बहन को उससे बचाए ... बहुत बहुत आभार

अर्पिता पांडेय said

जिस तरह मेरे दिल पर राज करते हैं कई कवि, उसी तरह मैं भी किसी के दिल पर रा ज करूं, इसीलिए कविता लिखती थी मैं। वाह बहुत खूब

रीना कुमारी प्रजापत replied

Dhanyawad

Sharda Gupta said

आपकी कविता की भावनाएँ इतनी सजीव और गहरी हैं कि हर शब्द सीधे दिल को छू जाता है। आपकी अभिव्यक्ति में सरलता और सूक्ष्मता का अनूठा मेल है, जो पाठक को सोचने और महसूस करने पर मजबूर कर देता है

रीना कुमारी प्रजापत replied

इतनी खूबसूरत समीक्षा के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया श्रद्धा जी🙏

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