प्रतिभा प्रदर्शित होती मंच से
प्रतिभा निखरती गुरु के टोकों से
प्रतिभा पहचानी जाती मौकों से
प्रतिभा विकसित होती परिश्रम से
प्रतिभा प्रकाशित होती परम्परा से
प्रतिभा सत्यापन होती परिणाम से
प्रतिभा प्रखर होती प्रचंड जागरूकता से
प्रतिभा कायम रहती निरंतरता से
प्रतिभा प्रगति होती प्रतियोग्यता से