बिल्ली की दहशत के मारे ,
भयत्रस्त थे नटखट चूहे बेचारे,
चूहों के खोखले बक्र - बिल में ,
बिल्ली का सहसा गृह प्रवेश,
औंधे - मुंह बेहोश थी बिल्ली,
चूहों के मन में भयंकर-अंदेश,
बिल्ली के गले घंटी बांधने का,
"मूषकराज" ने दिया आदेश ,
मुश्किल है घड़ी हो जाओ एक,
छोड़ो सारे परस्पर द्वेष-क्लेश,
एकजुट हुए बिल्ली पर धावा ,
घंटी बांधकर किया श्रीगणेश ,
हम किसी से भी कम नहीं ,
दो-टूक दिया बिल्ली को संदेश !
✒️✒️✒️✒️ राजेश कुमार कौशल