जीत की उम्मीद अंखरी सांस तक
ज़िद्द जीत की जीत से जीत तक
अंधकारों में भी रौशनी से ओत प्रोत
बन के अविष्कारों की स्रोत
चराग जला ज्योत से ज्योत तक
थाम जीत की मशाल
सज़ा जीत की थाल
करदे तू कमाल
की है तू भारत का लाल
काल के कपाल पर जीत का लगा लाल
की है तू बड़ा हीं कमाल
मचा दे धमाल।
चमका दे तू भारत का भाल
की हर भारतवासी है बड़ा कमाल
की हर भारतवासी है भारत का लाल
की हर भारतवासी है बड़ा कमाल...