लिखन्तु परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
वैसे तो दीपावली का पर्व वर्ष भर में एक बार मनाया जाता है,
परन्तु मेरे विचार से दीपावली कब-कब मनाई जानी चाहिए,
व्यक्त कर रही हूँ अपनी रचना के माध्यम से —
जब भारत के कोने-कोने में खुशहाली ही खुशहाली हो,
तब समझो आज दिवाली है।
जब भारत के सैनिक भाई ने दुश्मन पर गोली दागी हो,
तब समझो आज दिवाली है।
जब भारत माँ के बेटे ने नारी की लाज बचा ली हो,
तब समझो आज दिवाली है।
जब किसी निर्धन बाप ने बिन दहेज के बेटी ब्याह ली हो,
तब समझो आज दिवाली है।
जब बिन दहेज लायी दुल्हन ने ससुराल में ममता पा ली हो,
तब समझो आज दिवाली है।
जब भारत के हर मानव ने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ा हो,
तब समझो आज दिवाली है।
जब खेतों, बागों, गाँवों में हरियाली ही हरियाली हो,
तब समझो आज दिवाली है।
-सरिता पाठक


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
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