चंद्रमा आज चमेली फूल की तरह चमकने लगे
नभ सारे रंगों को ओढ़कर एक मनमोहक दृश्य सजाया है
रंगों से जो मेघ चमक रहे है
वो नभ को और सुंदर बना दिया
मुझे लगा कि आज
नभ रंगों से भरे गहने सजाकर सबके सामने आया है
जितने भी कहूँ वो कम ही लगता है
प्रकृति के गोद में आज नभ रंगों से भरे चित्र खींचा है
देखते ही रह गई मैं
आज मेघों से कई रंग आने लगे ऐसा लगा कि
नभ में मेघ होली खेल रहा है
मैं इतना तो कह सकती हूँ
आज नभ को जरूर नजर लग जाएगा
नीले और सफेदी मेघ मिलकर एक नए मेघ को जन्म देकर सुंदरता को और बढ़ा दिया है ॥


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







