कापीराइट गीत
छूएंगे जब गीत मेरे, दिल किसी और दीवाने का
तब आएगा मजा बहुत, इस प्यार भरे अफसाने का
जब-जब आएगा सावन, इन बागों और बहारों में
धड़केगा ये दिल मेरा, सावन की मस्त फुहारों में
कूकेगी जब-जब कोयल, दिल धड़केगा दीवाने का
तब आएगा मजा बहुत............
सुन-सुन कर तेरी बातें, दिल यह मेरा डोल गया
इस सावन में जैसे कोई, मेरे दिल से खेल गया
ना जाने अब क्या होगा, इस मेरे दिल दीवाने का
तब आएगा मजा बहुत ..........
गर याद तेरी मुझको आई, ये दिल मेरा धड़काएगी
इन सूनी-सूनी आंखों में, प्यास तेरी बढ़ जाएगी
ये ख्वाब अधूरा रह जाएगा, मेरे दिल दीवाने का
तब आएगा मजा बहुत ...........
छूएंगे जब गीत मेरे , दिल किसी और दीवाने का
तब आएगा मजा बहुत, इस प्यार भरे अफसाने का
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है