कभी मेथेयी महिला गई जलाई।
किसी ने वो पुरानी वीडियो लाई।
उसने तो छोटी से बाईट चलाई।
बारूद को बस चिंगारी दिखाई।
क्यों दोष देते हो साब किसी को।
बारूद आपके दिल मे भरा हुआ।
दिल किसी का नहीं आपका था।
दिल मे दर्द तो स्वभाविक ही था।
आप ढूंढते हो इतिहास की बाते।
पुरानी अदावतें वो डरावनी यादें।
बिछाते हो दिल मे बारूदी सुरंगे।
बाट देखते कोई चिंगारी लगा दे।
मिटाए डरावना इतिहास दिलों से।
भुलाते जाए वो वैमनस्य की बाते।
नही बिछाए दिल में बारूदी सुरंगे।
तो क्या बिगाड़े वीडियो की बाईटे।
#सुरेश_गुप्ता

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




