संकल्प की ज्योति
शिवानी जैन एडवोकेटbyss
भ्रष्टाचार के अँधेरे से, अब निकलना होगा,
संकल्प की ज्योति से, पथ उज्ज्वल करना होगा।
हर नागरिक जागेगा, लेगा यह प्रण,
ईमानदारी से चलेगा, जीवन का हर क्षण।
नहीं सहेंगे अन्याय, न देंगे रिश्वत कभी,
सत्य और न्याय की राह पर, चलेंगे सभी।
यह छोटी सी चिंगारी, बनेगी ज्वाला विशाल,
भ्रष्टाचार की हर दीवार, होगी धराशायी तत्काल।
आओ मिलकर उठाएं, यह पवित्र आवाज़,
भ्रष्टाचार मुक्त हो, हमारा यह समाज।