संजीदा दिल है नजरअन्दाज नही कर पाता।
नन्हे मुन्नो के आँखो से निकलते आँसू पाता।।
पोलीथीन से जुडे पदार्थ घूमकर चुनते रहते।
बस भीख नही मांगते यों काम चलाते पाता।।
स्वच्छ भारत अभियान की सब जगह चर्चा।
करने वाले बडे लोगो के घर एसी लगा पाता।।
बाते बडी बडी उनपर खर्च भी बडे बडे होते।
मगर योजनाबद्घ 'उपदेश' काम ही नही पाता।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद