जब चलना था दो चार क़दम,
क्यूँ पकड़ा मेरा हाँथ सनम
ख़्वाहिशें हो गई रवांँ-रवांँ
तुम्हें पा कर पाया ढेरों गम
क्या ख़बर तुम सितारा हो जाओगे
समझे थे तुम हो मेरे हमदम
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क्या ख़बर तुम सितारा हो जाओगे
समझे थे तुम हो मेरे हमदम