जीवन में कितनी भी आंधी आए,रखो आप सकारात्मक सोच |
सावधानी से यदि आप चलने लगे तो, पांव में आएगा ना मोच ||
तन-मन सदा हमारा स्वच्छ रहे, विचार होगा जब शुद्ध है |
हमारे सारे काम सफल होंगे, कभी ना होगा अवरूद्ध है ||
कठिनाईयों का सामना करना, कभी दुःख तो कभी सुख है |
बिना कर्म के कुछ नहीं मिलता, फिर लालच का क्यों भुख है ||
बड़ी-बड़ी समस्याओं में भी, सोच में अपनी सकारात्मकता हो |
धीरज रखकर काम करो,मन में कभी ना नाकारात्मकता हो ||
कुछ भी करो तुम सोच समझकर, हानि-लाभ को जानकर |
अपने से बड़ों की राय लेना, काम करो बड़ों की बात मानकर ||
सकारात्मक सोच से पूरा होता, होते हमारे सारे काम हैं |
नाकारात्मक सोच से बिगड़ जाते हैं, अच्छे कार्य तमाम हैं ||
सकारात्मक सोच से जीत है, सकारात्मक सोच से ही सफलता है |
सोच में यदि नाकारात्मकता हो, तो, सभी कार्य में विफलता है ||
सदा प्रेम ब्यवहार से,सोच समझकर दूसरों से बातें कीजिए |
बड़ों को हमेशा सम्मान दीजिए, अपने से छोटों को प्यार दीजिए ||
जैसा हम दूसरों को बांटेंगे, दूसरे भी हमें वैसा ही लौटाएंगे |
प्रेम बांटेंगे तो प्रेम ही मिलेगा, घृणा बांटेंगे तो घृणा ही आएंगे ||
जीवन में कितनी भी आंधी आए,रखो आप सकारात्मक सोच |
सावधानी से यदि आप चलने लगे तो ,पांव में आएगा ना मोच ||
----प्रेमलाल किशन
(सहा.शि.)
विकास खंड व जिला -सक्ती (छत्तीसगढ़)