न्याय का प्यासा,
तरसता मन ।
क्यों रुक गई है,
जाँच की गाड़ी?
क्यों डूब रहा है ?
सच की नाव?
क्यों है अंधेरे में डूबा देश?
कानून के नाम पर,
होता है खेल।
सच्चाई छिपाने में,
लगते हैं सब।
गवाह डरते हैं,
साक्ष्य छिप जाते हैं।
न्याय की पुकार सुनता कौन है?
चोरों को मिलता है सहारा,
ईमानदारों को मिलता है धोखा।
बेगुनाहों को सजा मिलती है,
गुनाहगारों को मिलता है छुटकारा।