रघुकुल रत्न, मर्यादा पुरुषोत्तम- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
कौशल कुमार, रघुवंशी नायक,
रामचंद्र जी, जग में अद्वितीय।
सत्य के पथ पर,
सदैव चलने वाले।
रामचरितमानस के,
अमर पात्र।
सीता माता के साथ,
रचाई जोड़ी।
रावण दानव का,
किया संहार।
धर्म की रक्षा के लिए,
अपना सर्वस्व न्योछावर किया।
वनवास में भी,
धैर्य नहीं खोया।
सबके लिए,
प्रेम का संदेश दिया।
हनुमान जी जैसे भक्त,
मिले उन्हें।
जिनके बल से,
रावण का नाश हुआ।
राम राज्य का आदर्श,
आज भी प्रासंगिक है।
सत्य, अहिंसा,
धर्म का मार्ग दिखाता है।
रामचरितमानस, हमारा धर्मग्रंथ है,
जिसमें राम की लीलाएं, अंकित हैं।
राम नाम जपते हैं,
हम सब मिलकर।
दुःखों का निवारण,
होता है क्षण भर में।
रामचरितमानस का पाठ करते हैं,
मन को शांति मिलती है, अनंत।