प्यार वो नही जो किसी की याद में गीत गाए।
बड़े बड़े नज़्म तासीर की।
शब्दों की घनघोर बारिश की
और सामने वाले या वाली को आकर्षित
कर लिया।
लोग कहते हैं की लव मैरिज सही है क्योंकि आप अपने साथी को पहले से जानतें हैं ।
पर ये नहीं दिखता लोगों को की लव मैरिज
कितना टिकता है।
पहले मुलाक़ात फिर बात फिर झूठी जज़्बात और अंत में सिर्फ तलाक तलात तलाक़।
क्या यही है प्यार..
पिछले कईं वर्षों का इतिहास खंघलें
पायेंगे की सबके ज्यादा हत्याएं लव मैरिज में या लव रिलेशन में हुईं हैं।
फिरभी लोग जिस्मों के चक्कर में
झूठी राग प्यार में फंसे हैं।
अरे.. प्यार का मतलब जिस्म नहीं
आदमी की रूह से रूह की मिलन है।
साथी की खुशी के लिए साथी की परिश्रम है।
प्यार प्यार है एकांकी नहीं
प्यार एहसास है कोई झांकी नहीं।
प्यार जान लेना देना नहीं बल्कि
प्यार लूटना है।
किसी की खुशी के लिए खप जाना है।
प्यार एक खज़ाना है।
जिसे हर किसी को बांटना है।
प्यार सरल है सामान्य है।
प्यार विकार नहीं समझदारी है।
प्यार बीमारी नहीं खुद्दारी है।
प्यार आत्मविश्वास
प्यार बनाता आदमी को ख़ास ।
प्यार उम्मीद है प्यार है आस।
इसलिए अरेंज मैरिज ज्यादा सही है।
एक दूसरे को समझते समझते
जिंदगी कट जाती है।
फिर बच्चें चलें आते है।
और जिंदगी और सुहानी हो जाती है।
प्यार अलगाव दुराव मनमुटाव नहीं
प्यार मिलवा समभाव मन जुटाव है।
प्यार पुराना हो ये ज़रूरी नहीं
प्यार सुहाना हो ये ज़रूरी है
प्यार दिल से हो दिल के करीब हो ।
प्यार सिर्फ़ नज़रों की घर्षण नहीं
बल्कि दिल की गहराईयों से उठती लहर हो
जिसमें सभी समा जाए
और प्यार की शक्ति भक्ति अभिव्यक्ति में खो जाए।
यारों याद रखना दुनियां में...
सिर्फ प्यार हीं एक शक्ति है
इसके बिना सब विरक्ति है..
प्यार के बिना कुछ भी नहीं है..
प्यार है तो सब है
प्यार बिना कुछ भी नहीं..
प्यार बिना कुछ भी नहीं..