हादसे पर हादसे जब आदमी पर टूट जाते हैं
अच्छे अच्छे लोगों के पसीने छूट जाते हैं
हद से ज्यादा प्यार किया तो भी पछताना है
हाथ से फिसलते ही आईने हैं टूट जाते हैं
हद से ज्यादा अच्छा नहीं है भरोसा आजकल
आखिर में हमराज ही अक्सर लूट जाते हैं
इश्क के गुब्बारे आकाश में देर तक उड़ते नहीं
जरा सी तेज धूप होते ही खुद फूट जाते हैं
नेकियों का जनून चढ़ता है इंसा पर कई बार
दास लेकिन अपने प्यारे सब रूठ जाते हैं!!