घर आये कोई जो मिलने,
स्वागत करना ना भूलिये !!
मोबाईल को दो मिनट ही सही,
बंद करके किनारे छोड़िये !!
अजीब से हालात हैं,
आज के ज़माने में !!
मोबाईल में ही हमेशा,
नज़रें टिकाये रहते हैं हम !!
खुद के लिए ही सही,
कुछ तो संस्कार बचाइये !!
जब जाने लगे वो मेहमां,
दरवाज़े तक तो छोड़िये !!
- वेदव्यास मिश्र
सर्वाधिकार अधीन है