पर पाएंगे परिंदे दो चार रोज में
उड़ जायेंगे परिंदे दो चार रोज में
मेहमान हैं यहां नवजात ये शिशु
घर जायेंगे परिंदे दो चार रोज में
एक बार उड़ गए तो आयेंगे कहां
गुम जायेंगे परिंदे दो चार रोज में
है नया आशियाँ इनको तो बनाना
जुट जायेंगे परिंदे दो चार रोज में
नादा हैं इन्हें सपने साकार करने दो
दास आएंगे परिंदे दो चार रोज में!