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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

बस, यही जिद है

मेरी आंखें
अब कुछ भी,देखना नहीं चाहतीं
तुम्हारे सिवा
तुम आओ,
पकड़ो, अपनी उंगलियों से
मेरी बरौनियां, और,
खोल दो मेरी आंखें,
फिर से ये जहां देखने के लिए
बस, यही जिद है

मेरी सांसें
अब कुछ भी, महसूस करना नहीं चाहते
तुम्हारे सिवा
तुम आओ,
खुशबू दो, अपनी आहटों की, और,
मजबूर करो मेरे दिल को
धड़कने के लिए
बस, यही जिद है

मेरी उंगलियां
अब कुछ भी छूना नहीं चाहते
तुम्हारे सिवा
तुम आओ,
अपनी हथेलियों को,रखो
मेरे हाथों में, और,
मुझे तैयार करो
फिर से जीने के लिए
बस, यही जिद है।


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

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वन्दना सूद said

बहुत खूबसूरत और दिल को छूने वाली रचना 👌👌

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

तुम आओ, ख़ुशबू दो अपनी आहटों की और मजबूर करो मेरे दिल को धड़कने के लिए! बस, यही ज़िद है।
वाह! वाह! वाह! क्या बात है! बहुत ख़ूब! दिल को छू लेने वाली लाजवाब रचना! तालियाॅं! तालियाॅं! तालियाॅं! 👌👌👏👏❤️

इक़बाल सिंह “राशा“ said

समदिल जी
आपकी यह रचना तो “तुम ही मेरी आँखों का नज़ारा, साँसों की महक और हथेलियों की गर्माहट हो… पूरी रचना बस दिल को छू लेने वाली जिद है बहुत सुन्दर सर जी लाजवाब

श्रेयसी said

वाह-वाह क्या कहने, बहुत सुंदर जिद है बहुत -बहुत सुंदर रचना 🙏🙏

Lekhram Yadav said

वाह बहुत खूबसूरत जिद है, ऐसी जिद तो हमने कल्पना में नहीं देखी, बहुत सुंदर रचना, आपको सादर नमस्कार।

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

आदरणीय लेखराम जी, श्रेयसी मेम,राशा जी, परवेज जी, वन्दना मेम,आप सबने मेरी रचना का सुंदर विश्लेषण कर सुंदर समीक्षा दी, प्यार और आशीर्वाद दिया, दिल गदगद हो गया,आप सभी को सादर प्रणाम करता हूं 🙏🙏

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