मुस्कुराने के लिए वजह का होना ज़रूरी नहीं,
बिना वजह भी मुस्कुराया जा सकता है।
जीने के लिए किसी का साथ ज़रूरी नहीं,
तन्हाई में भी शान से जीया जा सकता है।
प्यार के लिए रूबरू होना ज़रूरी नहीं,
प्यार कोसों दूर से भी निभाया जा सकता है।
हाल - ए - दिल बयां करने को लफ़्ज़ ज़रूरी नहीं,
एहसास से भी दिल की बात को जाना जा सकता है।
ख़ामोशियाॅं मिटाने जो ज़ुबां ज़रूरी नहीं,
आँखों से भी चुप्पी को तोड़ा जा सकता है।
-रीना कुमारी प्रजापत 💐