तुम सिर्फ़ मुझसे ख़फ़ा होते तो कोई बात नहीं
मुझे रंज है तुमने रंजिश सरेआम किया
जबकि बात भी तो थी बहुत छोटी सी
फिर क्यूंँ तुमने इस तरह इंतक़ाम लिया
कुछ तो मलाल करो अपनी नासमझी पर
फिर मत करना किसी को जैसे मुझको बदनाम किया
New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|
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जबकि बात भी तो थी बहुत छोटी सी
फिर क्यूंँ तुमने इस तरह इंतक़ाम लिया
कुछ तो मलाल करो अपनी नासमझी पर
फिर मत करना किसी को जैसे मुझको बदनाम किया