हर खुशी तुम पे वार जायेंगे।
जीत कर तुमसे हार जायेंगे।
ज़िन्दगी, मुस्कुरा के हम तेरा
कर्ज़ सारा उतार जायेंगे।
पेशरू दिक़्क़तें तभी होंगी,
आप हद से जो पार जायेंगे।
हम बहारों को लाके गुलशन की,
हर कली को निखार जायेंगे।
ख़ार कितने भी आयें रस्ते में,
हम कुचल कर ही पार जायेंगे ।
"शाद" जो भी ग़म हैं हम उनको,
हंसते हंसते गुज़ार जायेंगे ।
Dr fauzia Naseem shad

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




