New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मोहब्बत का खत ये तेरे नाम लिखा

कापीराइट गजल

मोहब्बत का खत ये हमने तेरे नाम लिखा
हम ने खत ये पहली बार तेरे नाम लिखा

बड़े प्यार से चूमा इस खत को हम ने पहले। हमने हाले दिल इसमें फिर तमाम लिखा

कबसे बेरंग थी न जाने ये दिल की दीवारें
दिल की दीवारों पे हमने तेरा नाम लिखा

अब मिलने की चाह में धड़क रहा है दिल
हर धड़कन पे हमने फिर तेरा नाम लिखा

कर दी है वसीयत हमने तेरे नाम दिल की
खत्म हुई स्याही लहू से तेरा नाम लिखा

अब है मर्जी तेरी दिल दे या इंकार करे
खत के आखिर में मैंने तुझे सलाम लिखा

सिर मुंडाते ही न पड़ जाएं ये ओले यादव
तभी तो तुम्हें हमने ये खत गुमनाम लिखा

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

गुमनाम खत, वाह! क्या बात है लाजवाब

Lekhram Yadav replied

बहुत बहुत शुक्रिया मेरी प्यारी बहना।

Jivani Sharma said

Waah.last line ne to dil jit lia.👏👏

Lekhram Yadav replied

जिवानी गर्ग जी स्वागत है आपका मेरी ख्वाबगाह में आने का और दो पल मेरे साथ अपने विचार शेयर करने का।आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

Vadigi.aruna said

Very nice sir

Lekhram Yadav replied

अरूणा जी नमस्कार। आपकी प्रतिक्रिया से मुझे असीम खुशी हुई, इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

Suhani Rajput said

Ati uttam rachna.

Lekhram Yadav replied

नमस्कार सुहानी जी। वैसेजिसके लिए ये खत लिखा वो आज मेरे साथ नहीं हैं मगर दिल को हरदम यही लगता है जैसे वो आज भी मेरे साथ है। खैर छोङिए आपने आज फिर उनकी याद ताजा कर दी, इसके लिए आपको हार्दिक प्रणाम।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

कर दी है वसीयत हमने तेरे नाम दिल की खत्म हुई स्याही लहू से तेरा नाम लिखा अब है मर्जी तेरी दिल दे या इंकार करे खत के आखिर में मैंने तुझे सलाम लिखा सिर मुंडाते ही न पड़ जाएं ये ओले यादव तभी तो तुम्हें हमने ये खत गुमनाम लिखा Bahut khoob Yadav sir maza aagya wastav m aap had se jyada rachnatmak hain pranam sweekar karein🙏🙏

Lekhram Yadav replied

सर आपका प्रणाम दिल से स्वीकार है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन