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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

ऐसा रंग लगा दो प्रियवर

विविध रंगों से रंग दो सर्वजन के अंग-अंग,
नृत्य करता फिरे मन प्रियवर के संग-संग,
भाव के रंगों से हो जाए विलीन तम कलुष,
मन से मन का मिटा कर भेद मन रंग जाए,
ऐसा रंग लगा दो प्रियवर अंतर्मन रंग जाए,
भावों के रंगों से प्रियवर अंतरतम रंग जाए।

लाल से प्रेम और उत्साह, नीला से निश्छलता,
हरा से आत्म शांति, गुलाबी जो बढ़ाए मित्रता,
पिला से पवित्रता, हम सब यह गुण अपनाएँ,
ईर्ष्या, द्वेष से परे इन गुणों से जन रंग जाएँ,
ऐसा रंग लगा दो प्रियवर अंतर्मन रंग जाए,
भावों के रंगों से प्रियवर अंतरतम रंग जाए।

अबीर, गुलाल व रंग से रंग जाए सारा संसार,
मादक पदार्थों से रहो दूर, फिर बरसेगा प्यार,
पूर्णिमा का चाँद, उसकी चाँदनी में रंगी प्रकृति,
प्रेम के रंगों से तन, मन, यह जीवन रंग जाए,
ऐसा रंग लगा दो प्रियवर अंतर्मन रंग जाए,
भावों के रंगों से प्रियवर अंतरतम रंग जाए।

🖊️सुभाष कुमार यादव




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

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श्रेयसी said

बहुत खूबसूरत रचना।आपको होली की हार्दिक शुभकामनाएंँ 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद श्रेयसी जी। आपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏

Lekhram Yadav said

बहुत खूबसूरत रचना सुभाष जी, हम भी आपके रंग में रंग गए हैं, आपको परिवार सहित होली मुबारक हो.

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद यादव सर जी । रंग पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Ati Uttam Rachna...Saadar Pranam Adarneey Yadav Sir...Holi Ki Hardik Shubhkamnayein...Bahut Achhi shabdon ki Holi kheli hai aapne...bahut hi sundar rang birange shabd or unka sanyog shri krishna ki pichkari se nikla hua Holi ke rang jaise lag raha hai..

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद पचौरी सर जी । आपको भी रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ।🙏🙏

Updesh Kumar Shakyawar said

बहुत खूबसूरत रचना सुभाष जी, आपको होली खूब खूब मुबारक हो। 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद उपदेश जी। आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं।🙏

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