पहली मुलाकात - डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात "
ज़िंदगी की राहों में,
एक मोड़ पर।
नज़रें मिलीं,
जैसे कोई सपना हो।
मन हुआ जैसे,
उड़ने को बेताब सा।
दिल धड़का,
जैसे कोई तीर लगा हो।
तुम्हारी आँखों में,
समुद्र सा गहरापन था।
मुस्कुराहट में,
फूलों की खुशबू।
पहली ही नज़र में,
दिल को छू लिया।
ऐसा लगा,
मिल गयी मेरी मंजिल।