बड़ी अनोखी है
मेरी कामवाली
मैंने पूछा
आज क्यूंँ देर से आई
उसने कहा
रात फिर हुई
घर में लड़ाई
मेरे मरद को है
एक और घरवाली
उसी की वजह से
होती है हाथापाई
मैंने कहा
फिर कैसे रहती हो
तुम भी कर लो
दूसरी शादी
उसने कहा हांँ
तभी तो
मैंने अपने मरद से
कह दिया है
तुम्हारे साथ तो मैं
नहीं रहने वाली
मगर क्या पता
दूसरे घर में भी
कहीं स्थिति हो न
भयावहता वाली
हम्ममम, कहते हुए
मैं उबलते पानी में
एक पैकेट से
एक चम्मच दवा डाली
उसने पूछा
यह क्या है दीदी
मैंने कहा दवा है
चीनी की बिमारी वाली
पूछने लगी
कहाँ मिलता है
मैं बोली भैया को पता है
नाम लिखवा लो
बोली नाम वाम
मैं कहांँ समझने वाली
और झट से पैकेट ले
भैया से करने लगी
तहक़ीकात
मैं भी उसके पीछे-पीछे आई
उसकी बातें सुनने से
मैं कहांँ थी वंचित रहने वाली
वो पैकेट दिखा कर
बोल रही थी
भैया मेरे लिए भी ला दो
मुझे भी खिलानी है
अपने मरद को यह दवा
चीनी कम करने वाली
मैं बना कर दूँगी तो
वो जल्दी ठीक हो जाएगा
मैं हतप्रभ हो देख रही थी
अभी-अभी तो
उसने कहा था
"मैं साथ नहीं रहूँगी
होती है लड़ाई
करता है हाथापाई"
और जाने क्या-क्या
फिर अभी हीं
क्षण भर में
कैसे पलट गई
वो हो रही थी बावली
और मैं सोच रही थी
बड़ी अनोखी है
मेरी कामवाली

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




