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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मेरी कामवाली

बड़ी अनोखी है
मेरी कामवाली
मैंने पूछा
आज क्यूंँ देर से आई
उसने कहा
रात फिर हुई
घर में लड़ाई
मेरे मरद को है
एक और घरवाली
उसी की वजह से
होती है हाथापाई
मैंने कहा
फिर कैसे रहती हो
तुम भी कर लो
दूसरी शादी
उसने कहा हांँ
तभी तो
मैंने अपने मरद से
कह दिया है
तुम्हारे साथ तो मैं
नहीं रहने वाली
मगर क्या पता
दूसरे घर में भी
कहीं स्थिति हो न
भयावहता वाली
हम्ममम, कहते हुए
मैं उबलते पानी में
एक पैकेट से
एक चम्मच दवा डाली
उसने पूछा
यह क्या है दीदी
मैंने कहा दवा है
चीनी की बिमारी वाली
पूछने लगी
कहाँ मिलता है
मैं बोली भैया को पता है
नाम लिखवा लो
बोली नाम वाम
मैं कहांँ समझने वाली
और झट से पैकेट ले
भैया से करने लगी
तहक़ीकात
मैं भी उसके पीछे-पीछे आई
उसकी बातें सुनने से
मैं कहांँ थी वंचित रहने वाली
वो पैकेट दिखा कर
बोल रही थी
भैया मेरे लिए भी ला दो
मुझे भी खिलानी है
अपने मरद को यह दवा
चीनी कम करने वाली
मैं बना कर दूँगी तो
वो जल्दी ठीक हो जाएगा
मैं हतप्रभ हो देख रही थी
अभी-अभी तो
उसने कहा था
"मैं साथ नहीं रहूँगी
होती है लड़ाई
करता है हाथापाई"
और जाने क्या-क्या
फिर अभी हीं
क्षण भर में
कैसे पलट गई
वो हो रही थी बावली
और मैं सोच रही थी
बड़ी अनोखी है
मेरी कामवाली




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

क्या जबरदस्त ह्यूमर और जिंदगी की हकीकत को आपने बड़े सहज और दिलचस्प अंदाज में पिरो दिया है! 🤭👏
सच में, आपकी कामवाली जैसी अनोखी तो कहानी भी कम ही होती है! मजा आ गया पढ़कर! 😄💐
आदरणीय को सादर प्रणाम 👏👏

श्रेयसी said

आपको अच्छी लगी , बहुत-बहुत शुक्रिया आभार अशोक जी 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।👌👌🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

अपने कामवाली बाई के मन के चंचल भावों को आपने शब्दों में पिरो दिया। क्या बात है।👌👌🙏

वन्दना सूद said

वाह क्या खूब हकीकत बयान की आपने हमारे देश की महिलाओं की कि सब कुछ सह कर भी दूसरे के लिए सोचती हैं

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