कापीराइट गीत
यूं जिन्दगी गुजारने में मैं बहुत खुश हूं
जीत कर भी हारने से मैं बहुत खुश हूं
जीत कर न खेलना तू किसी की जान से
तू कभी होगा नहीं मायूस अपनी शान से
यूं जिन्दगी संवारने में मैं बहुत खुश हूं
जीत कर भी ........................
जीत कर भी हारना है किसी से कम नहीं
जो चला इस राह पर उसको कोई गम नहीं
अब वक्त यूं गुजारने में मैं बहुत खुश हूं
जीत कर भी.........................
दूसरों के वास्ते तू कोई ऐसा काम कर
कहने लगें खुद दूसरे धन्य तेरे नाम पर
अब आपके पधारने से मैं बहुत खुश हूं
जीत कर भी .......................
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
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