New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

लोग जैसे जीते हैं - नग़मे जीवन के - वेदव्यास मिश्र

लोग जैसे जीते हैं,
हम भी जी लेंगे !!
पीके जीते हैं ग़म,
हम भी पी लेंगे !!

एक दिन मरना है,
सबको वैसे ही !!
तब तलक टोकन
समझके रूक लेंगे !!

कसमें और वादों,
के भरोसे ना रहिये !!
टूटे तो टूटे पर,
हम ना टूटेंगे !!

देख ली सारे जहाँ की,
असलियत !!
बुत की तरह हम भी,
यारो रह लेंगे !!

- वेदव्यास मिश्र की सेंसिटिव कलम से


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Keshav Atri said

देख ली सारे जहाँ की, असलियत !! बुत की तरह हम भी, यारो रह लेंगे !! Ye to bhaut jyda relateable hain meri life se. Bahut khoob.

रीना कुमारी प्रजापत said

Bahut badhiya bhaisahab par ek vinati hai please kabhi Pina mat....🙏🙏pranaam

वेदव्यास मिश्र said

रीना कुमारी प्रजापत जी, अगर आपका इशारा शराब की तरफ है तो तौबा-तौबा !! कभी नहीं ..और इस अपनेपन के लिए बहुत-बहुत स्नेहाशीष मेरी प्यारी बहन !! हाँ, ग़म तो है..मेरे से पाँच साल छोटे भाई के गुजरने का ..गीत और संगीत की समझ थी उसे भी बिलकुल मेरी तरह ..पूर्णत: स्वस्थ..मगर सिर्फ पाँच मिनट के हार्ट अरेस्ट में..... इसी ग़म को पीने की बात कहता हूँ ..खुद को मोटिवेट करता हूँ ऐसा लिखकर 🙏💜💜🙏

वेदव्यास मिश्र said

Keshav Atri जी, आपके इस अन्डरलाइन प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत आभार हृदयाभिनंदन नमन 🙏💝💝🙏

Vineet Garg said

आपकी कलम के कलेक्शन बहुत अच्छे हैं और उनसे जो विचार निकलते हैं वह और भी अच्छे हैं

वेदव्यास मिश्र said

Vineet Garg जी, बहुत-बहुत धन्यवाद आभार बन्धु इतनी खूबसूरत समीक्षा और आंकलन के लिए 🙏💜💜🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन